दोस्तों क्या आप भी Lalchi Kutta Story in Hindi with Moral के बारे में सर्च कर रहे हैं? अगर ऐसा है तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए है, क्योंकि आज के इस पोस्ट में हम आपके साथ लालची कुत्ते की कहानियां शेयर करने जा रहे हैं| जिसे पढ़ने के बाद आपको काफी मजा आएगा|
हम आपसे वादा करते हैं कि आज की लालची कुत्ते की कहानियां पढ़ने में आपको बहुत ज्यादा दिलचस्प लगेंगी और इन कहानीयो से आपको जीवन के लिए अच्छी शिक्षा भी जरूर मिलेगी| जब हमने देखा कि काफी लोग इंटरनेट पर लालची कुत्ते की कहानियों के बारे में सर्च कर रहे हैं, तब हमने खुद इसके ऊपर रिसर्च शुरू करी और रिसर्च पूरी हो जाने के बाद ही आज हम आपके साथ कहानियां शेयर करने जा रहे हैं| तो चलिए दोस्तों अब हम शुरू करते हैं।
लालच ने ली कुत्ते की जान – Lalchi Kutta Story in Hindi with Moral
एक बार की बात है कि राजस्थान के एक छोटे से गांव में एक कुत्ता और एक कुत्तिया रहते थे| वह अक्सर ही गांव की गलियों में घूमते रहते थे| फिर एक दिन कुत्तिया ने 4 बच्चों को जन्म दिया| कुत्तिया अपने बच्चों के साथ गांव के बाहर एक पेड़ के नीचे पड़ी रहती थे| कुटिया का पति कुत्ता उसके और बच्चों के लिए खाना ढूंढ कर लता था और उन्हें खिलाता था|
एक दिन कुत्ता खाना ढूंढने के लिए गया, लेकिन वापस नहीं आया| क्योंकि उस दिन कुत्ते के ऊपर गाड़ी चढ़ गई थी| जिसकी वजह से कुत्ते की मौत हो गई थी| फिर कुत्तिया ने सोचा कि अब उसे यह पेड़ छोड़कर गांव के अंदर जाना होगा, ताकि उसे और उसके बच्चों को खाना मिलता रहे| कुछ समय के बाद कुत्तिया की भी मौत हो गई| अब चारों बच्चे अकेले रह गए थे|
उसी समय गांव में एक नया घर बन रहा था| चारों बच्चे भी घर में जाकर रहने लगे| घर के मालिक का एक छोटा सा लड़का था जो कुत्तों से बहुत प्यार करता था| वह चारों बच्चों को खाना खिलाता था, दूध पिलाता और उनके साथ खेलता रहता था| घर में लगे हुए मजदूर भी कुत्तों को खाने के लिए कुछ ना कुछ देते रहते थे| समय बीत ता गया और चारों बच्चे भी बड़े हो गए|
एक दिन २ बच्चे गांव में घूम रहे थे, तभी म्युनिसिपल पार्टी वालों की गाड़ी आकर दोनों बच्चों को उठाकर ले गई| उनको लगा कि यह दोनों कुत्ते आवारा है| अब दो कुत्ते बच्चे थे| कुछ समय के बाद घर भी बनकर तैयार हो गया और उन दोनों कुत्तों को भी घर छोड़ना पड़ा| अब गली में कोई ना कोई कुत्तों को कुछ ना कुछ खाने के लिए दे देता था|
एक दिन मोहल्ले की एक औरत ने दोनों को खाने के लिए एक एक रोटी दी| लेकिन एक कुत्ते के मन में लालच आ गया और उसने दूसरे कुत्ते को भोंकर भगा दिया और उसकी रोटी भी छीन ली और खुद दोनों रोटियां खा गया| फिर कुछ देर में रात हुए और कुत्ता सो गया| उस दिन कुत्ते ने हद से ज्यादा खाना खा लिया था| जिसकी वजह से उसका पेट खराब हो गया था और कुत्ता सुबह उठ ही नहीं पाया| लालची कुत्ते की उसी रात को सोते हुए मौत हो गई|
नैतिक शिक्षा
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें कभी भी लालच नहीं करना चाहिए, क्योंकि लालच करने का परिणाम बुरा ही होता है।
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लालची कुत्ता
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एक बार की बात है कि एक गांव में एक कुत्ता रहता था| अक्सर ही वह अपनी भूख मिटाने के लिए लोगों के घर पर जाता था और लोग उसे खाने के लिए खाना भी देते थे| ऐसे ही रोजाना कुत्ता अपनी भूख मिटाता था| 1 दिन कुत्ता अपने गांव से बाहर चला गया| चलते चलते वह किसी दूसरे गांव में पहुंच गया, कुत्ते को अब भूख लगी थी|
कुत्ता गांव के एक सेठ के घर के दरवाजे के पास जाकर बैठ गया| जैसे ही सेठ की नजर कुत्ते पर पड़ी, उसने कुत्ते को मार कर भगा दिया| फिर कुत्ता जाकर एक ओर घर के दरवाजे के सामने बैठ गया| वहां पर भी कुत्ते को मार कर भगा दिया गया| किसी ने भी कुत्ते को खाने के लिए खाना नहीं दिया| अब शाम होने वाली थी, कुत्ते ने अभी कुछ भी नहीं खाया था| भूख के मारे कुत्ते का बुरा हाल हो रहा था|
तभी गांव के पास एक छोटा सा बाजार था| वहां पर एक आदमी खाने के सामान का ठेला लगाकर बैठा था| कुत्ता खाने का ठेला देख रहा था| लेकिन जैसे ही कुत्ता का ठेले के पास गया, ठेले के मालिक ने भी कुत्ते को वहां से मार कर भगा दिया| फिर कुत्ता थोड़ी देर दूर खड़ा रहा और जैसे ही ठेले वाले का ध्यान अपने ठेले से हटकर दूसरी तरफ हुआ| कुत्ते ने खाने का सामान उठा लिया और वहां से भाग गया|
भागते भागते कुत्ता गांव के बाहर पहुंच गया और वहां बैठकर खाना खाने लगा| थोड़ा सा खाना खाने के बाद कुत्ते को प्यास लगी, फिर कुत्ता पानी की तलाश में इधर-उधर भटकने लगा| थोड़ी देर ढूंढने के बाद कुत्ते को एक तालाब मिल गया, जो पानी से भरा हुआ था| पानी को देखकर कुत्ता खुश हो गया और धीरे-धीरे करके तालाब के किनारे पर पहुंच गया|
जब कुत्ता पानी पीने लगा, तब उसने देखा कि पानी के अंदर एक और कुत्ता है| जिसके मुंह में खाने का सामान है| लेकिन कुत्ते को यह नहीं मालूम था कि वह कुत्ता कोई और नहीं उसका खुद का प्रतिबिंब है| पानी वाले कुत्ते को देखकर कुत्ते के मन में लालच आ गया और सोचने लगा कि मैं दूसरे कुत्ते से खाना कैसे छीनू? आगे मैने इस से खाना नहीं छीना तो यह मुझसे खाना छीन लेगा|
यह सोच कर कुत्ते ने भिनकना शुरू कर दिया| जैसे ही कुत्ता भौंकने लगा, उसके मुंह के अंदर का खाना पानी में गिर गया| जिसकी वजह से ना अब कुत्ते के पास पहले वाला खाना बचा और ना ही दूसरे कुत्ते से खाना मिला| अब कुत्ते को एहसास हो गया था कि पानी के अंदर कोई और कुत्ता नहीं है, बल्कि उसका खुद का ही प्रतिबिंब है|
कुत्ता अभी भी भूके का भूका ही था| कुत्ता बहुत ज्यादा परेशान हो गया था और पानी के पास खड़ा होकर भोंके लगा| फिर कुछ देर के बाद लालची कुत्ता पानी पीकर वहां से चला गया|
नैतिक शिक्षा
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि लालच बुरी बला है| हम कभी-कभी लालच में हम अपना फायदा सोचते हैं, लेकिन परिणाम में हमारा नुकसान ही होता है।
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Conclusion
उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा शेयर करी गई Lalchi Kutta Story in Hindi with Moral आप को पढ़कर काफी मजा आया होगा और आपको कहानियां काफी दिलचस्प भी लगी होगी| अगर आपको हमारे द्वारा शेयर करी गई कहानियां पसंद आई हो या फिर आप हमें कोई राय देना चाहते हैं| तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं।
FAQ (Frequently Asked Questions)
कहानी लालची कुत्ते का नैतिक क्या है?
कहानी लालची कुत्ते से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें लालच नहीं करना चाहिए और दूसरों की चीजें छीनने की बजाय हमें खुद मेहनत करनी चाहिए, क्योंकि लालच करने से हमारे पास जो है हम उसे भी खो बैठते हैं।
लालची कुत्ते का क्या हुआ?
जब लालची कुत्ते ने लालच में आकर परछाई वाले कुत्ते से खाना छीनने के लिए भौंकना शुरू किया, तो उसके मुंह के अंदर का खाना भी पानी में गिर गया और फिर कुत्ते को समझ आया कि पानी में कोई और कुत्ता नहीं उसकी खुद की परछाई है और यह सोचकर कुत्ता बहुत परेशान हुआ।
एक दिन कुत्ते को क्या मिला?
एक दिन कुत्ते को खाने के लिए ढेर सारा खाना मिला| जिसे उसने खाने के ठेले से चुराया था| फिर खाना लेकर कुत्ता वहां से दूर भाग गया था।